हिंदू कैलेंडर में, चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा (चंद्रमा के बढ़ते चरण का पहला दिन) नए साल के जश्न का प्रतीक है। इस शुभ तिथि को भारत भर के कई क्षेत्रों में नए साल के रूप में मनाया जाता है, प्रत्येक का अपना अनूठा नाम और परंपराएं होती हैं।
1. उगादि:
कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में इस दिन को उगादी के रूप में मनाया जाता है, जो एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।
2. नवरेह:
कश्मीर में इसे नवरेह के नाम से जाना जाता है और स्थानीय आबादी के लिए इसका विशेष महत्व है।
3. गुड़ी पड़वा:
महाराष्ट्र राज्य में इस दिन को गुड़ी पड़वा के रूप में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
4. चेटी चंद:
सिंधी इसे चेटी चंद के रूप में संदर्भित करते हैं, और यह अक्सर उगादी और गुड़ी पड़वा के साथ मेल खाता है।
5. चित्रैया तिरुविजा:
मदुरै में नया साल चैत्र माह में चित्रैया थिरुविजा के रूप में मनाया जाता है।
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से यह तिथि हिंदू परंपरा में बहुत महत्व रखती है। पौराणिक कथाओं और शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि भगवान ब्रह्मा ने इस शुभ दिन पर, सूर्योदय से शुरू करके, ब्रह्मांड का निर्माण शुरू किया था। यह दिन भगवान श्री राम के राज्याभिषेक का भी प्रतीक है, जो हिंदू पौराणिक कथाओं में एक महत्वपूर्ण घटना है। भक्ति और शक्ति की नौ दिवसीय अवधि, नवरात्रि का पहला दिन, इसी तिथि पर पड़ता है। इस दिन सबसे बड़े पांडव युधिष्ठिर को राजा के रूप में ताज पहनाया गया था। सम्राट विक्रमादित्य ने इसी तिथि को अपना राज्य स्थापित किया था और उनके सम्मान में विक्रम संवत कैलेंडर शुरू होता है।
वैज्ञानिक और प्राकृतिक दृष्टिकोण से इस तिथि के कई उल्लेखनीय पहलू हैं:
ऐसा माना जाता है कि यह दिन बदलते मौसम के साथ हमारे शरीर में नई ऊर्जा और जोश का संचार करता है। वर्ष प्रतिपदा के दौरान वसंत का आगमन खुशी, उत्साह, खुशी और खिलते फूलों की खुशबू से होता है। यह वह समय भी है जब फसलें पकने लगती हैं, जो किसानों द्वारा की गई कड़ी मेहनत के फल का प्रतीक है। नक्षत्रों का संरेखण शुभ माना जाता है, जो नए प्रयासों को शुरू करने के लिए एक आदर्श समय है।
कुल मिलाकर, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को नव वर्ष का जश्न एक बहुमुखी उत्सव है जो हिंदू परंपरा में ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक महत्व को जोड़ता है।
पितृ पक्ष (तृतीया श्राद्ध)
पण्डित श्रीराम शर्मा जयंती
🐅 शुक्रवार, 20 सितंबर 2024
विक्रम संवत् 2081