यमुना नदी भारत में बहने वाली यमुना नदी, गंगा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है। इसकी यात्रा यमुनोत्री से शुरू होती है और प्रयाग (प्रयागराज) में गंगा में...
ब्लॉगत्रिनेत्र गणेश, रणथम्भौर रणथम्भौर स्थित त्रिनेत्र गणेश जी दुनिया के एक मात्र गणेश है जो तीसरा नयन धारण करते है। गजवंदनम् चितयम् में विनायक के तीसरे नेत्र का वर्णन...
ब्लॉगभक्त प्रह्लाद और होलिका की कहानी सतयुग में भारत में एक हिरणकश्यप नाम का राक्षस राजा राज्य करता था जो अपनी दुष्टता, घमंड, लालच और क्रूरता के लिए जाना...
ब्लॉगनाथ सम्प्रदाय नाथ सम्प्रदाय भारत का एक हिन्दू धार्मिक सम्प्रदाय है। मध्य युग में उत्पन्न हुए इस संप्रदाय में बौद्ध धर्म, शैव धर्म और योग की परंपराओं का सामंजस्यपूर्ण...
ब्लॉगनिंबार्क संप्रदाय निम्बार्क सम्प्रदाय, वैष्णवों के चार सम्प्रदायों में अत्यन्त प्राचीन सम्प्रदाय है। इस सम्प्रदाय को हंस सम्प्रदाय, कुमार सम्प्रदाय और सनकादि सम्प्रदाय भी कहते हैं। इस सम्प्रदाय का...
ब्लॉगहितहरिवंश गोस्वामी हितहरिवंश राधावल्लभ सम्प्रदाय के प्रवर्तक एवं भक्त कवि थे। परिचय गोस्वामी हितहरिवंश का जन्म मथुरा मण्डल के अन्तर्गत बाद ग्राम में वि ० सं ० १५५९ में वैशाख...
ब्लॉगश्री राधावल्लभ सम्प्रदाय श्री राधावल्लभ सम्प्रदाय राधावल्लभ संप्रदाय सबसे अद्वितीय और प्रमुख संप्रदाय में से एक है, जिसकी शुरुआत 500 साल पहले अनंत श्री विभूषित, वंशी अवतार, प्रेम स्वरूप श्री...
ब्लॉगकृष्णजन्म में सोलह हजार स्त्रियों की प्राप्ति का एक कारण एक बार वेदव्यास जी राम चंद्र के दर्शनार्थ और चैत्र राम नवमी के स्नान हेतु अपने शिष्यों सहित अयोध्या...
ब्लॉगजब श्री राम ने हनुमान जी गर्व हरण किया। वैसे तो हनुमान जी विद्यावान हैं, परन्तु किवंदितियों में और पुराणों में एक ऐसा प्रसंग भी है जब हनुमान जी...
ब्लॉगमाता सीता का जन्म और नामकरण का वृतांत प्राचीन समय में, पद्माक्ष नाम का एक प्रसिद्ध राजा था, जो देवी लक्ष्मी को अपनी बेटी के रूप में पाना चाहता...
ब्लॉगसूर्यवंश (इक्ष्वाकुकुल) ब्रह्माजी की उत्पत्ति का कारण अव्यक्त है और रहस्य में डूबी हुई है, जिसे स्वयंभू-स्वयंभू के रूप में वर्णित किया गया है। अनादि और अविनाशी ब्रह्माजी ही...
ब्लॉगजब रावण ने महाराज दशरथ और माता कौशल्या को मारना चाहा। एक बार रावण ने ब्रह्मा जी से प्रश्न किया के मुझे ये बताएं के मेरा मरण कैसे होगा?...
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