मंत्र

  • हनुमान वंदना

    हनुमान वंदना

    || हनुमान वंदना मन्त्र || अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं, दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।। सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं, रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि ।।   || मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् || मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्। वातात्मजम् वानरयूथमुख्यम् श्रीरामदूतम् शरणम् प्रपद्ये॥

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  • श्री राम स्तुति मंत्र

    श्री राम स्तुति मंत्र

    || श्री राम वन्दना || हे रामा पुरुषोत्तमा नरहरे नारायणा केशवा। गोविन्दा गरुड़ध्वजा गुणनिधे दामोदरा माधवा॥ हे कृष्ण कमलापते यदुपते सीतापते श्रीपते। बैकुण्ठाधिपते चराचरपते लक्ष्मीपते पाहिमाम्॥   ॥ ॐ श्रीरामाय नमः॥ ॥ ऊँ...

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  • राम स्तुति अर्थ सहित

    राम स्तुति अर्थ सहित

    राम स्तुति अर्थ सहित श्रीरामचंद्र कृपालु भजु मन हरण भव भय दारुणम्। नवकंजलोचन, कंज-मुख कर-कंज पद-कंजारुणम्।। श्री रामचन्द्र जो दया और करुणा के प्रतीक हैं ऐसे श्री राम को मेरा हृदय...

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  • श्री राम वंदना।

    श्री राम वंदना।

    श्री राम वंदना। ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम, |  लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम || श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे | रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः ||...

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  • गायत्री महामन्त्र

    गायत्री महामन्त्र

    गायत्री महामन्त्र   ॐ भूर् भुवः स्वः। तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ मन्त्र का अर्थ: हम जीवन में दुखों के नाशक, खुशियों के रूप में, सर्वश्रेष्ठ, उज्ज्वल, पापों परास्त करने...

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  • ॥ श्री शिवपञ्चाक्षरस्तोत्रम् ॥

    ॥ श्री शिवपञ्चाक्षरस्तोत्रम् ॥

    ॥ श्रीशिवपञ्चाक्षरस्तोत्रम् ॥ नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय, भस्माङ्गरागाय महेश्वराय । नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय, तस्मै न काराय नमः शिवाय ॥१॥   मन्दाकिनी सलिलचन्दन चर्चिताय, नन्दीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय । मन्दारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय, तस्मै म काराय नमः शिवाय ॥२॥   शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्द, सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय । श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय, तस्मै शि काराय नमः शिवाय ॥३॥   वसिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्य, मुनीन्द्रदेवार्चितशेखराय। चन्द्रार्क...

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  • गणेश मंत्र

    गणेश मंत्र

    || गणेश मंत्र || गजाननं भूत गणादि सेवितं, कपित्थ जम्बू फल चारू भक्षणम् । उमासुतं शोक विनाशकारकम्, नमामि विघ्नेश्वर पाद पंकजम् ॥   हे गज के मुख वाले श्री गणेश, आप भूतों और गणों...

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  • गायत्री महामन्त्र

    गायत्री महामन्त्र

    ॐ भूर् भुवः स्वः। तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात् ॥   मन्त्र का अर्थ: हम जीवन में दुखों के नाशक, खुशियों के रूप में, सर्वश्रेष्ठ, उज्ज्वल, पापों परास्त करने वाले...

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🌓 वैशाख शुक्ला अष्टमी

सीता नवमी
सिक्किम स्थापना दिवस

📿 गुरुवार, 16 मई 2024
विक्रम संवत् 2081