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  • निंबार्क संप्रदाय

    निंबार्क संप्रदाय

    निंबार्क संप्रदाय   निम्बार्क सम्प्रदाय, वैष्णवों के चार सम्प्रदायों में अत्यन्त प्राचीन सम्प्रदाय है। इस सम्प्रदाय को हंस सम्प्रदाय, कुमार सम्प्रदाय और सनकादि सम्प्रदाय भी कहते हैं। इस सम्प्रदाय का...

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  • हितहरिवंश

    हितहरिवंश

    हितहरिवंश गोस्वामी हितहरिवंश राधावल्लभ सम्प्रदाय के प्रवर्तक एवं भक्त कवि थे। परिचय गोस्वामी हितहरिवंश का जन्म मथुरा मण्डल के अन्तर्गत बाद ग्राम में वि ० सं ० १५५९ में वैशाख...

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  • श्री राधावल्लभ सम्प्रदाय

    श्री राधावल्लभ सम्प्रदाय

    श्री राधावल्लभ सम्प्रदाय   श्री राधावल्लभ सम्प्रदाय राधावल्लभ संप्रदाय सबसे अद्वितीय और प्रमुख संप्रदाय में से एक है, जिसकी शुरुआत 500 साल पहले अनंत श्री विभूषित, वंशी अवतार, प्रेम स्वरूप श्री...

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  • कृष्णजन्म में सोलह हजार स्त्रियों की प्राप्ति का एक कारण

    कृष्णजन्म में सोलह हजार स्त्रियों की प्राप्ति का एक कारण

    कृष्णजन्म में सोलह हजार स्त्रियों की प्राप्ति का एक कारण   एक बार वेदव्यास जी राम चंद्र के दर्शनार्थ और चैत्र राम नवमी के स्नान हेतु अपने शिष्यों सहित अयोध्या...

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  • जब श्री राम ने हनुमान जी गर्व हरण किया।

    जब श्री राम ने हनुमान जी गर्व हरण किया।

    जब श्री राम ने हनुमान जी गर्व हरण किया।   वैसे तो हनुमान जी विद्यावान हैं, परन्तु किवंदितियों में और पुराणों में एक ऐसा प्रसंग भी है जब हनुमान जी...

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  • माता सीता का जन्म और नामकरण का वृतांत

    माता सीता का जन्म और नामकरण का वृतांत

    माता सीता का जन्म और नामकरण का वृतांत   प्राचीन समय में, पद्माक्ष नाम का एक प्रसिद्ध राजा था, जो देवी लक्ष्मी को अपनी बेटी के रूप में पाना चाहता...

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  • सूर्यवंश (इक्ष्वाकुकुल)

    सूर्यवंश (इक्ष्वाकुकुल)

    सूर्यवंश (इक्ष्वाकुकुल) ब्रह्माजी की उत्पत्ति का कारण अव्यक्त है और रहस्य में डूबी हुई है, जिसे स्वयंभू-स्वयंभू के रूप में वर्णित किया गया है। अनादि और अविनाशी ब्रह्माजी ही...

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  • जब रावण ने महाराज दशरथ और माता कौशल्या को मारना चाहा।

    जब रावण ने महाराज दशरथ और माता कौशल्या को मारना चाहा।

    जब रावण ने महाराज दशरथ और माता कौशल्या को मारना चाहा। एक बार रावण ने ब्रह्मा जी से प्रश्न किया के मुझे ये बताएं के मेरा मरण कैसे होगा?...

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  • पंचमुखी हनुमान

    पंचमुखी हनुमान

    पंचमुखी हनुमान पंचमुखी हनुमान भगवान हनुमान की एक अनूठी अभिव्यक्ति है, जिसमें उत्तर में वराह मुख, दक्षिण में नरसिम्हा मुख, पश्चिम में गरुड़ मुख, आकाश की ओर हयग्रीव मुख...

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  • गोलोकधाम

    गोलोकधाम

    क्या है गोलोकधाम और कहाँ है ये? हमने श्री कृष्ण की कथाओं में बचपन से गोलोकधाम का नाम सुना है। गर्ग संहिता के मंत्रमुग्ध गोलोक खंड में, एक मनोरम...

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  • राधा कृष्ण विवाह

    राधा कृष्ण विवाह

    राधा कृष्ण विवाह राधा और कृष्ण का मिलन अक्सर गलतफहमियों से घिरा रहता है, कई लोग इस बात से अनजान हैं कि उनका पवित्र विवाह मथुरा जिले के मनमोहक...

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  • नन्द उपनन्द और वृषभानु

    नन्द उपनन्द और वृषभानु

    नन्द, उपनन्द और वृषभानु   हम सभी लोग श्री कृष्ण के ब्रज धाम से भलीं भांति परिचित हैं। सब नन्द और वृषभानु के बारे में सिर्फ इतना ही जानते हैं...

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